गुजरात में कर्फ्यू तोड़ रहे लड़कों को सबक / मंत्री के बेटे ने धमकी दी तो महिला कॉन्स्टेबल बोली- ये पुलिस की वर्दी तुम्हारे बाप की गुलामी के लिए नहीं पहनी।
गुजरात में कर्फ्यू तोड़ रहे लड़कों को सबक / मंत्री के बेटे ने धमकी दी तो महिला कॉन्स्टेबल बोली- ये पुलिस की वर्दी तुम्हारे बाप की गुलामी के लिए नहीं पहनी।
एक्सप्रेस टाइमिंग
Jul 13, 2020, 10:56 AM ISTसूरत. वराछामेंस्वास्थ्य राज्यमंत्रीके बेटे और महिलाकॉन्स्टेबल के बीच कर्फ्यू के प्रोटोकॉल काउल्लंघन करने पर विवाद हो गया। मौके पर महिला कॉन्स्टेबल नेजमकर क्लास लगाई। घटनाशुक्रवार रात करीब 10 बजे की है। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस से लेकर राजनीतिक गलियारे तक मेंमुद्दा छाया रहा।विवाद की शुरुआत कार सवार पांच युवकों के बिना मास्क पहने मिलनेऔर ‘एमएलए’ लिखी कारको रोके जाने के बाद हुई। इन युवकों ने मौके पर मंत्री के बेटे प्रकाशको बुला लिया था। महिलाकॉन्स्टेबल का नाम सुनीता यादव है।
बेटे को पुलिस के पकड़े जाने पर मंत्रीकुमार कानाणी ने फोन किया। इसके बाद दोनोंके बीच बहस हो गई।करीब डेढ़ घंटे तक चले इस ड्रामे का ऑडियो वायरल हो गया। इस दौरान गाली-गलौच और कहासुनी सुनाई दे रहीहै। ऑडियो मेंमंत्री कानाणी की आवाज होने का दावा किया गया।
मंत्री के बेटे ने सड़क पर खड़े रहने की ड्यूटी लगवाने की धमकी दी थी
बताया जा रहा है कि मंत्री के बेटेप्रकाश ने सुनीता को365 दिन सड़क परखड़े रहने की ड्यूटी लगवा देने की धमकी दी। इस पर सुनीता भड़क गईं और बोलीं- पुलिस की यह वर्दी तुम्हारे बाप की गुलामी करने के लिए नहीं पहनी है। औकात हो तो करवा देना मेरा ट्रांसफर गांधीनगर।
कॉन्स्टेबल का इस्तीफा नामंजूर, पुलिस मुख्यालय ट्रांसफर
इस घटनाक्रम के बादकॉन्स्टेबल सुनीता ने वरिष्ठ अफसरों के सामनेइस्तीफा की पेशकश की औरघर लौट आईं। हालांकि, इस्तीफे को मंजूर नहीं किया गया। सुनीता का पुलिस मुख्यालयट्रांसफर कर दिया गया।कमिश्नर आरबी ब्रह्मभट्ट ने डिविजन के एसीपी सीकेपटेल को मामले की जांच का आदेश दिया है। सुनीता तीन साल पहले पुलिस में भर्ती हुई थीं।
यह है घटनाक्रम....
कॉन्स्टेबल शुक्रवार रात वराछा क्षेत्र में ड्यूटी पर थीं। इसी दौरान एक कार को रुकवाया, इसमें 5 युवक सवार थे। कॉन्स्टेबल के मुताबिक, ये लोग कर्फ्यू में घूम रहे थे और मास्क नहीं पहने थे। युवकों ने स्वास्थ्य मंत्री के बेटे प्रकाश कानाणी को फोन कर बुला लिया। इसके बाद प्रकाश और सुनीता के बीच बहस शुरू हो गई।
सुनीता ने कार से ‘एमएलए’ लिखी प्लेट उतरवा ली और वहीं से मंत्री को भी फोन लगवाया। आखिर में प्रकाश को बहन बोलकर बैकफुट पर आना पड़ा। प्रकाश ने कहा- मैं दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। इस मामले में मंत्री कुमार कानाणी का कहना है कि रात को बेटा किसी बीमार रिश्तेदार की मदद के लिए गया था।
ऑडियो में कह रहीं-अफसरों पर नेताओं का हाथ, वरना तुम सबका हिसाब कर देती
दबंगई- तुम्हारे जैसे कितने नेता रोज आते हैं और रोज चले जाते हैं। सत्ता की ताकत मत बता।
अफसर-हमारे साहब के ऊपर नेताओं का हाथ है इसलिए मुझे चुप होना पड़ रहा है। नहीं तुम सबका मैं हिसाब कर देती।
धमकी- वर्दी को धमकाने का तुम्हें हक नहीं है। ऑनड्यूटी पुलिसकर्मी पर दबाव मत बनाओ।
ड्यूटी- गुजरात पुलिस ने मुझे पावर दिया है कि तुम्हारे जैसे लोगों को मैं सीधा कर सकूं।
पहुंच- डीजीपी नहीं, प्रधानमंत्री तक पहुंचने की औकात है मेरी भी। थोड़ीसी पावर और होती तो तुम्हारी हड्डी तोड़ देती।
अफसरों ने कहा- आपकी ड्यूटी तो हीरा बाजार में थी
बताया जा रहा है कि कॉन्स्टेबल ने वराछा पीआई और एसीपी को फोन पर घटना सूचना दी। सूत्रों के अनुसार, अफसरों ने कहा कि आपकी ड्यूटी हीरा बाजार बंद करवाने की है, ना कि कर्फ्यू संभालने की। तब सुनीता ने कहा कि रात को 10 बजे के बाद कर्फ्यू है तो किसी को कैसे आने-जाने दें। यह भी तो पुलिस की ड्यूटी है।
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